Fascination About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
Fascination About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
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इस साधना के जरिये हम शक्तिशाली मोहिनी वशीकरण का प्रभाव पैदा कर सकते है.
तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं।
कामाख्या वशीकरण मंत्र को प्रयोग करते समय सभी नियमों और धार्मिक आदेशों का पालन करना चाहिए। यह एक प्राचीन और शक्तिशाली तंत्रिक तकनीक है, जिसे विशेष ध्यान और समझ से प्रयोग किया जाना चाहिए।
वशीकरण को आध्यात्मिक प्रक्रिया माना जाता है, लेकिन इसका मनोवैज्ञानिक पहलू भी है। यह व्यक्ति के अवचेतन मन को सकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित करता है, जिससे उनके विचार और भावनाएं बदलती हैं।
इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
यह मंत्र देवी कामाख्या की शक्ति का आह्वान करता है, ताकि किसी खास व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके।
यह मंत्र पुरुष को अपने वश में करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, महिला एक पुरुष को अपने प्रति प्रभावित कर सकती है और उसे अपने साथ सम्बंध बनाने में मदद कर सकती है।
श्री राम नाम खेली अकनक बीरी। सुनिये नारी बात हमारी। एक पान संग मंगाय। एक पान सेज सौं लावे। एक पान मुख बुलावै। हमको छोड़ और को देखे। तो तेरा कलेजा, मुहम्मद वीर चक्खे।
मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना में जप के दौरान जिस माध्यम पर प्रयोग करना है उसका नाम ले.
अलफ गुरु गुफ्तार रहमान, जाग जाग रे अलहादीन शैतान सात वार फलानी को जा रान, न राने तो तेरी माँ की तलाक, बहिन की तीन तलाक।
विधि: इस मन्त्र को किसी शुभ मुहूर्त में दस हजार बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोग करते समय बृहस्पतिवार को प्रसन्न होकर थोड़ा-सा नमक लेकर उसे सात बार मन्त्र से अभिमन्त्रित करके जिस स्त्री को here मोहित करना हो, उसके खाने-पीने की वस्तु में वह नमक मिला दें। वह स्वी साधक पर तन-मन-धन से मोहित हो जायेगी। देवदत्ती के स्थान पर साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करें।
मोहन मंत्र वह मंत्र है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति /समुदाय को अपने प्रति आकर्षित करने या प्रभावित करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग इंटरव्यू आदि में किया जाता है। इस मंत्र का प्रभाव साधक जब तक सामने रहता है तब तक ही होता है।
पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।